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रक्तदान के सम्बन्ध में चिकित्सा विज्ञान:
आमजन को यह पता होना चाहिए कि मनुष्य के शरीर में रक्त बनने की प्रक्रिया हमेशा चलती रहती है और रक्तदान से कोई भी नुकसान नहीं होता बल्कि यह तो बहुत ही कल्याणकारी कार्य है जिसे जब भी अवसर मिले संपन्न करना ही चाहिए।
रक्तदान के सम्बन्ध में चिकित्सा विज्ञान कहता है, कोई भी स्वस्थ्य व्यक्ति जिसकी उम्र 16 से 60 साल के बीच हो, जो 45 किलोग्राम से अधिक वजन का हो और जिसे जो एचआईवी, हेपाटिटिस बी या हेपाटिटिस सी जैसी बीमारी न हुई हो, वह रक्तदान कर सकता है।
एक बार में जो 350 मिलीग्राम रक्त दिया जाता है, उसकी पूर्ति शरीर में चौबीस घण्टे के अन्दर हो जाती है और गुणवत्ता की पूर्ति 21 दिनों के भीतर हो जाती है। दूसरे, जो व्यक्ति नियमित रक्तदान करते हैं उन्हें हृदय सम्बन्धी बीमारियां कम परेशान करती हैं।
रक्त की संरचना ऐसी है कि उसमें समाहित लाल रक्त कोशिकाएँ तीन माह में (120 दिन) स्वयं ही मर जाते हैं, लिहाज़ा प्रत्येक स्वस्थ्य व्यक्ति तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है। जानकारों के मुताबिक आधा लीटर रक्त तीन लोगों की जान बचा सकता है।
चिकित्सकों के मुताबिक रक्त का लम्बे समय तक भण्डारण नहीं किया जा सकता है।
रक्तदान से पहले ज़रूरी सावधानियॉ क्या हैं?
- अधिक से अधिक मात्रा में पानी तथा तरल पदार्थों का सेवन करें।
- कफीन युक्त पेय पदार्थों के सेवन से बचें।
- किसी भी तरह की प्रतिक्रियाओं के जोखिम को कम करने के लिए अच्छी तरह से खाएं। आपको आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
किन लोगों को रक्तदान नहीं करना चाहिए?
यदि आपको निम्नलिखित परेशानियाँ हैं तो कृपया रक्तदान न करें
- यदि आपका एचआईवी या हेपेटाइटिस परीक्षण सकारात्मक हैं।
- यदि हाल ही में, आपने टैटू गुदवाया हो।
- यदि आप किसी भी रक्त के थक्के संबंधी विकार से पीड़ित हो।
- यदि आपको पिछले छह से बारह महीनों में दिल का दौरा पड़ा हो।
- यदि आप गर्भवती हैं।
- यदि आप अंतःशिरा दवाओं का दुरुपयोग करते हो।
- यदि हाल ही में, आपको मलेरिया का हुआ हो।
- यदि आपने पिछले वर्ष के दौरान खून, प्लाज्मा या अन्य रक्त घटकों को प्राप्त किया हो।
- यदि आपने पिछले वर्ष कार्डियक सर्जरी करवाई हो।
- यदि आप हृदय रोग की दवाओं का सेवन कर रहे हो।
- यदि आपने हाल ही में गर्भपात करवाया हो।
- यदि आपने कैंसर के उपचार हेतु कीमोथेरेपी/विकिरण प्राप्त की हो।
- यदि आप मध्यम या गंभीर तरह की रक्ताल्पता(Anemia) से पीड़ित हो।